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परिवर्तन देखिये* (See changes in our society)

1- *पहले लोग घर के दरवाजे पर एक आदमी तैनात करते थे ताकि कोई कुत्ता घर में न घुस जाये। आजकल घर के दरवाजे पर कुत्ता तैनात
करते हैं ताकि कोई आदमी घर में न घुस जाए।*

2- *पहले आदमी खाना घर में खाता था और लैट्रीन घर के बाहर करने जाता था। अब खाना बाहर खाता है और लैट्रीन घर में करता है।*

3- *पहले शादियों में घर की औरतें खाना बनाती थीं और नाचने वाली बाहर से आती थीं। अब खाना बनाने वाले बाहर से आते हैं और घर की औरतें नाचती हैं।*

4- *पहले आदमी साइकिल चलाता था और गरीब समझा जाता था। अब आदमी कार से ज़िम जाता है साइकिल चलाने के लिए।*
       
🐕  🚽 💃  🚴
*चारों महत्वपुर्ण बदलाव हैं !*
🌹🌹🌹🌹
*वाह रे मानव तेरा स्वभाव....*
।।
*यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो.*
*जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर 'भीख' मांगता है..*
😔*विचित्र दुनिया का कठोर सत्य*👌👌

          *बारात मे दुल्हे सबसे पीछे
            और दुनिया  आगे चलती है,
         मय्यत मे जनाजा आगे
           और दुनिया पीछे चलती है*

           यानि दुनिया खुशी मे आगे
          और दुख मे पीछे हो जाती है..!*
*अजब तेरी दुनिया
गज़ब तेरा खेल*

*मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद करना&*
*और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना...*
Wah re duniya !!!!!
✴ *लाइन छोटी है,पर मतलब बहुत बड़ा है*~

*उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने ...*

*और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे ..*
〰〰〰〰〰〰
✴  *पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है*

और.....

*बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है*

*इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं.*
〰〰〰〰〰〰
✴  *एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते,*

और

*जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते....*
〰〰〰〰〰〰〰〰
✴  *नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है,*

*मिठी बात करने वाले तो चापलुस भी होते है।*

*इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े।*

*और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है...*
〰〰〰〰〰〰〰
✴  *अच्छे मार्ग पर कोई व्यक्ति नही जाता पर बुरे मार्ग पर सभी जाते है......*

*इसीलिये दारू बेचने वाला कहीं नही जाता ,*

*पर दूध बेचने वाले को घर-घर
गली -गली* *कोने- कोने जाना पड़ता है*
〰〰〰〰〰〰〰〰

✴  *दूध वाले से बार -बार पूछा जाता है कि पानी तो नही डाला ?*

*पर दारू मे खुद हाथो से पानी मिला-मिला कर पीते है ।*
〰〰〰

💞🎶💞🎶💞💞🎶💞n
👇Very nice line 👌
*इंसान की समझ सिर्फ इतनी हैं*
*कि उसे "जानवर" कहो तो*
*नाराज हो जाता हैं और*
*"शेर" कहो तो खुश हो जाता हैं!*

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